Year: 2014
भगवान् शिव का एक नाम त्रिपुरारी भी है |...
अर्जुन एक बार नारद जी से इस प्रकार प्रश्न...
यो विद्याचतुरो वेदान साङ्गोपानिषदो द्विजः | न चेत पुराणं...
इस संसार में केवल तीन ही चीज याद रखने...
धर्मदानकृतं सौख्यमधर्माद दुखःसंभवम् | तस्माधर्मं सुखार्थाय कुर्यात पापं विवर्जयेत...
अध्याय – ५ हमने अध्याय 1 के अंत में...
“नृत्यावसाने नटराज राजः ननाद ढक्वाम नवपंच वारम। उद्धर्तु कामाद...
नेत्युवाच ततो वैश्यः सुखं धर्मे प्रतिष्ठितं | पापे दुखं...
भगवान् सूर्य बोले – वत्स कमठ ! तुम्हारी बुद्धि...