हम लोगों को लगता है कि काव्य को जानकार क्या करेंगे ? काव्य में गहराई न पता हो, अलंकार न पता हो तो क्या फर्क पड़ जाएगा पर ऐसा नहीं है | जब हमें किसी कला की जानकारी ही नहीं होगी तो हम उसका आनद ही नहीं ले पाएंगे | उसके रस में नहीं डूब पाएंगे | आप को लगे कि वाह क्या बढ़िया गाया है या क्या बढ़िया कविता कही है या क्या बढ़िया नृत्य किया है पर जब आपको नृत्य की बारीकियां, गायन की बारीकियां या काव्य की बारीकियां ही न पता होंगी तो आपको पता ही नहीं चलेगा कि उसमें क्या क्या हुआ ! इसीलिए काव्य में अलंकारों का जानना आवश्यक है |
आप भी जानिये, इस वीडियो से, काव्य अलंकारों का महत्व और पुनुरुक्ति अलंकार और उसका उदाहरण | यदि अच्छा लगे, तो इस वीडियो को शेयर अवश्य करें |