मनुष्य जीवित है तो चिंता अवश्य होगी ! ऐसा कोई मनुष्य नहीं हो सकता, जिसे चिंता नहीं होती हो लेकिन चिंता ही, यदि सही से हैंडल न की जाए अवसाद बन जाती है, जिसे हम स्ट्रेस के नाम से भी जानते हैं | यही स्ट्रेस यदि बढ़ जाए, तो व्यक्ति आत्महत्या तक के प्रयास कर लेता है | आखिर ऐसा क्यों होता है ? और इस चिंता को बढ़ने से कैसे रोका जाए ? क्या इसका कोई आसान उपाय है ? यही सब जानते हैं, आज के इस वीडियो से | यदि आपको लगता है कि ये विडिओ किसी के काम आ सकता है तो इसे अपने परिवार, सोसाइटी में अवश्य शेयर करें |