स्कन्द जी ने अर्जुन को ब्रह्माण्ड के बारे में...
ब्रह्मा जी
मस्तकस्थापिनम मृत्युम यदि पश्येदयम जनः । आहारोअपि न रोचते...
अहम् ब्रह्मास्मि
You cannot copy content of this page