अधिकतर लोग ज्ञानेंद्रिय, कर्मेंद्रिय की बात तो करते हैं, बच्चों को पढ़ाए भी जाते हैं senses के नाम से । बहुत कम लोग पंचभूत को जानते हैं और मन, बुद्धि, चित्त,अहंकार की कोई कोई बात करता है और आत्मा के विषय पर तो कोई बात ही नहीं करता । हम सबमें एक आत्मा है, बस इस से अधिक आत्मा के बारे में हमारी क्या जानकारी है ? वो कैसी होती है ? उसके क्या लक्षण हैं ? यदि कोई चीज है, भले ही दिखती नहीं है तो भी तर्कशास्त्र कहता है कि उसके लक्षणों के आधार पर उसको जाना जा सकता है ।
परमाणु भी दिखते नहीं हैं, पर उसके लक्षणों से ही उसकी पहचान होती है । हवा भी नहीं दिखती पर लक्षणों से पता चलता है कि हवा है । ऐसे ही आत्मा के भी कुछ लक्षण हैं । उन्हीं की इस विडियो में चर्चा की गई है, बताया गया है । इसके अलावा दो और विषय लिए गए हैं, एक चित्त क्या होता है, कैसे काम करता है और दूसरा, जब बच्चा कोई छल कपट लेकर पैदा नहीं होता, कोई मन, बुद्धि आदि लेकर पैदा नहीं होता तो फिर उसमे ये सब कैसे आता है ? क्या प्रक्रिया होती है, उसके मन, बुद्धि, मेमोरी आदि बनने की । ये सभी बातें बड़ी सूक्ष्म हैं, इन पर अमूमन कोई बात नहीं करता है पर हम इन सबको भी पढ़ते हैं । शास्त्रों के अध्ययन का यही फायदा है कि हर बात गहराई तक समझ में आनी चाहिए पर अधिकतर लोग बस इसी में खुश हैं कि हम हिन्दू हैं ।
अरे भाई ! शास्त्रध्ययन नहीं किया तो फिर हिंदू होने का क्या लाभ ? पहले ज्ञान तो प्राप्त करो, हिंदू होने का कुछ लाभ तो लो कि अगर आपसे आपके धर्म के बारे में कोई दो सवाल कर ले तो उनके जवाब तो दे सकें । इस विडियो को अवश्य देखें और अपने मित्रों, परिवार और सोसायटी में अवश्य शेयर करें क्योंकि ये जानकारियां आपको आसानी से अन्यत्र उपलब्ध नहीं होंगी, जबकि इनको जानना, हम सभी के लिए महत्वपूर्ण है ।